
गरियाबंद जिले में पायनियर कंपनी का मेगा सेमिनार सम्पन्न, किसानों ने बताया—3305 वैराइटी से हो रही दोगुनी–तिगुनी पैदावार।
गरियाबंद। गरियाबंद जिले मैनपुर विकास खण्ड के ग्राम पंचायत पीपलखुटा में पायनियर कंपनी द्वारा भव्य मेगा एग्रीकल्चर सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसमें क्षेत्र के सैकड़ों किसान भारी संख्या में शामिल हुए। सेमिनार में कंपनी के डायरेक्टर, मैनेजर, लोकल सेल्स एजेंट, कृषि विशेषज्ञ एवं डीलरों ने पायनियर कंपनी की चर्चित भुट्टा (मक्का) वैराइटी Pioneer 3305 की विशेषताओं की विस्तृत जानकारी दी।
कंपनी के एक्सपर्ट्स ने बताया कि पायनियर का 3305 वैराइटी अन्य कंपनियों के उत्पादों की तुलना में अधिक वजनदार, आकार में बड़ा और दानों से भरपूर होता है। इसकी उपज क्षमता लगभग 99 प्रतिशत तक प्रभावी रहती है तथा यह किसी भी तरह की मिट्टी में बेहतर उत्पादन देने में सक्षम है। विशेषज्ञों ने कहा कि यह वैराइटी कीट एवं अन्य जैविक क्षति से अपेक्षाकृत सुरक्षित रहती है, जिससे किसानों को लगातार स्थिर उत्पादन मिलता है।
किसानों से लिए गए फीडबैक, 4–5 वर्षों से लगातार लाभ
सेमिनार के दौरान क्षेत्र के उन किसानों से भी चर्चा की गई, जो पिछले 4–5 वर्षों से पायनियर कंपनी का 3305 वैराइटी भुट्टा बो रहे हैं। किसानों ने स्वीकार किया कि इस वैराइटी से उन्हें हर वर्ष दोगुनी–तिगुनी तक पैदावार मिल रही है और यह फसल पहले कभी नुकसानदायक साबित नहीं हुई।
एक किसान ने बताया—“यह भुट्टा हर प्रकार की जमीन में चलता है। पैदावार साल-दर-साल बढ़ती जा रही है। कंपनी द्वारा सुझाए गए तरीकों से खेती करने पर परिणाम और बेहतर मिल रहे हैं।”
फील्ड विज़िट में दिखी स्पष्ट बढ़त
सेमिनार के बाद कंपनी के विशेषज्ञों ने किसानों के साथ उन खेतों का निरीक्षण किया, जहां पायनियर 3305 वैराइटी बोई गई थी। फील्ड विज़िट के दौरान यह स्पष्ट देखा गया कि पायनियर का भुट्टा क्षेत्र में बोई गई अन्य कंपनियों की वैराइटी की तुलना में अधिक मजबूत, वजनदार और दानों से भरा हुआ था। किसानों ने भी बताया कि पायनियर की फसल में भुट्टे का विकास समान रूप से होता है, जिससे कुल उत्पादन बढ़ जाता है।
100 में से 95 किसान पूरी तरह संतुष्ट
स्थानीय सेल्स एजेंट तथा एक्सपर्ट ने बताया कि इस क्षेत्र में 100 से अधिक किसानों को पायनियर 3305 वैराइटी प्रदान की गई थी। उनमें से 95 किसानों ने 96% तक का उत्पादन दर्ज किया, जो पिछले वर्षों की तुलना में काफी ज्यादा था। विशेषज्ञों ने इसे कंपनी की उच्च गुणवत्ता वाली सीड तकनीक का परिणाम बताया।
बेहतर कृषि पद्धति और कीटनाशक उपयोग पर भी विशेष सेशन
सेमिनार में किसानों को उचित बीच रोपण तकनीक, फसल चक्र, उन्नत कृषि पद्धतियों, पोषक तत्त्वों की सही मात्रा, कीटनाशक एवं खादों के उचित छिड़काव की विस्तृत जानकारी दी गई। विशेषज्ञों ने बताया कि सही तरीके से खेती करने पर पायनियर वैराइटी अपने सर्वोत्तम परिणाम देती है।
किसानों में कार्यक्रम को लेकर उत्साह
पूरे कार्यक्रम के दौरान किसानों में खासा उत्साह देखने को मिला। उपस्थित किसानों ने पायनियर कंपनी की इस पहल को सराहा और उम्मीद जताई कि ऐसी जागरूकता कार्यक्रमों से कृषि में नई तकनीकें अपनाने का अवसर मिलता है।
कार्यक्रम के अंत में कंपनी प्रतिनिधियों ने किसानों को भरोसा दिलाया कि वे आगे भी समय-समय पर ऐसे मार्गदर्शन कार्यक्रम आयोजित करते रहेंगे, ताकि क्षेत्र के किसान अधिक से अधिक लाभान्वित हो सकें।












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